गांव लौटने को मजबुर है मजदूर, कईयों के पास ना खाना, ना पानी
इस कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। फिर भी देश में कोरोनावायरस के केस बढ़ते बढ़ते 52 हज़ार पार कर चुके है। कोरोना वायरस के कारण सबसे ज्यादा जो प्रदेश प्रभावित है वो है महाराष्ट्र। सिर्फ महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या 16 हज़ार पार कर चुकी है। और अगर मुंबई की बात करें तो सिर्फ अकेले मुंबई में संक्रमितों की संख्या 10 हजार पार कर चुके है। इस महमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित मजदूर हो रहे है। क्योंकि इनके केस रोजी रोटी कमाने का कोई साधन नहीं बचा है। लॉक डाउन की वजह से ना तो इन्हे कोई रोजगार मिल रहा है जिससे ये आर्थिक संकट का सामना कर रहे है।
पैसों की कमी के कारण ये मजदूर पैदल ही घर लौटने को मजबुर है। मुंबई में कोरोना केस की संख्या बहुत ज्यादा होने के कारण भी कई लोग पैदल ही अपने गांव लौट रहे है। इन मजदूरों के वापस लौटने में गर्भवती महिला, छोटे छोटे बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल है। इनमे से ज्यादातर लोगो के पास खाने को कुछ नहीं है। इनमे से एक शख्स रामदास को तो गाड़ी से टकराने के कारण चोट भी लग चुकी है।
अपने गांव लौटने को मजबुर अनुदेवी 5 महीने की गर्भवती है। वें लगातार चलती का रही है। ऐसे समय में जब उसे पोष्टिक खाना की जरूरत है तब इसके पास सिर्फ बिस्किट ही है। अगर रास्ते में कोई इनको खाना दे देता है तो ये खाना खा लेते है। इनके साथ बच्चे भी शामिल है। इनमे से एक ढाई साल का बच्चा भी है।