दरभंगा में गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित विश्व पर्यावरण शांति सम्मेलन में शामिल हुए ट्री मैन सुजीत
प्रोजेक्ट 100 के सौजन्य से विश्व पर्यावरण शांति सम्मेलन का आयोजन महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय,दरभंगा में किया गया जिसका मुख्य विषय फाइट अगेंस्ट क्लाइमेट चेंज था।जिसमें बतौर मुख्य अतिथि मेक्सिको,यू.एस.ए. के जाने माने ई०डैनियल ग्राफ,जिला महिला हेल्पलाइन जिला समन्वयक अज़मातून निसा तथा अतिथि इतिहासकार अवनींद्र कुमार झा,ट्री मैन सुजीत,लेखक अंजुम परवीन
कार्यक्रम की शुरुआत आए हुए मुख्य अतिथि के हाथों पौधारोपण कर किया गया l इसके बाद सभी वक्ताओं ने अपनी अपनी बातें रखें जिसमें संस्था के अध्यक्ष फवाद गजली के बुलावे पर सीतामढ़ी से आए पौधे वाले गुरुजी ट्री मैन के नाम से प्रसिद्ध सुजीत कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारी पृथ्वी ही एकमात्र ऐसी जगह है,जहां जीवन आज भी संभव है।दरअसल आज मानवजन की अज्ञानता ने हमें इस मुहाने पर ला खड़ा किया है कि अब यह समझ में नहीं आ रहा कि इसमें सुधार की शुरुआत किस तरीके से हो?विश्व में प्रति वर्ष 1.1 करोड़ हेक्टेयर वन काटा जाता है।अकेले भारत में 10 लाख हेक्टेयर वन काटा जा रहा है। वनों के विनाश के कारण वन्यजीव लुप्त हो रहे हैं। वनों के क्षेत्रफल में लगातार होती कमी के कारण भूमि का कटाव और रेगिस्तान का फैलाव बड़े पैमाने पर होने लगा है।
संस्था के अध्यक्ष फवाद गाजाली ने कहा कि सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट द्वारा जारी की गई वार्षिक रिपोर्ट के पाँचवें संस्करण में बताया गया है कि देश के कुल 629 ज़िलों के 34 प्रतिशत जंगलों के क्षेत्रफल में कमी आई हैं।
समारोह में सम्मानित होने वाले साथियों एवं एनसीसी के विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि के हाथों पौधा देकर सम्मानित किया गया।