शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में निकाले पदयात्रा
दरभंगा. काफी लंबे समय से अपने अधिकारों के लिए संघर्षरत शिक्षकों को चुनावी वर्ष में सरकार से बेहतर सुविधाएं मिलने की उम्मीद थी लेकिन सरकार के द्वारा जारी सेवाशर्त के बाद शिक्षकों के उम्मीदों पर पानी फिर गया और वे लगातार सरकार के शिक्षक विरोधी नीतियों के विरुद्ध लगातार आवाज उठाने लगे। उन्हें यह उम्मीद थी कि शायद सरकार आदर्श आचार संहिता लागू होने से पूर्व उनकी मांगों को मान लेगी लेकिन सरकार ने मांगे मानना तो दूर शिक्षक संघो के प्रतिनिधियों से वार्ता करना तक मुनासिब नही समझी। जब सरकार ने शिक्षकों के ओर ध्यान देना बंद कर दिया तो शिक्षक देश की सबसे बड़ी अदालत जनता की अदालत में पहुंचकर आम जन के माध्यम से अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करने लगे।सरकार के इन्ही रबैये से परेशान शिक्षक टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के बैनर तले आदर्श मध्य विद्यालय लहेरियासराय से स्थापना, डीईओ कार्यालय होते हुए लहेरियासराय टावर तक पदयात्रा निकाल कर अपना विरोध प्रकट किए एवं समाज के लोगो को शिक्षक, शिक्षा विरोधी नीतियों के विरुद्ध जागरूक करने का पहल किया।
शिक्षको ने पदयात्रा निकालते हुए टीईटी एसटीईटी शिक्षकों के लिए अलग संवर्ग,सहायक शिक्षक एवं राज्यकर्मी का दर्जा, पेंशन, ग्रेच्युटी, सामूहिक बीमा, तीन सौ दिन का अर्जितावकाश, पुरूष शिक्षकों के लिए ऐच्छिक स्थान्तरण, महिला शिक्षिकाओं के लिए शिशु देखभाल अवकाश समेत 17 सूत्री मांगों के समर्थन में हाथों में तख्ती, बैनर और तिरंगा झंडा लिए लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्ण ढंग से अपनी आवाज को समाज के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किये। वही जिला शिक्षा कार्यालय के शिक्षक विरोधी नीतियों के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किये। संघ के जिलाध्यक्ष प्रमोद मण्डल, प्रवक्ता धनन्जय झा, कोषाध्यक्ष शिबली अंसारी ने बताया कि वे लगातार सरकार से शिक्षकों के न्यायोचित मांगो को पूरा करने के लिए स्मारित करते रहे है लेकिन सरकार ने उनकी मांगों को सुनने के बजाए चुनावी वर्ष में झुनझुना थमाकर अपनी नैय्या पार करना चाहती है जिससे शिक्षक एवं शिक्षकों के परिजन भलीभांति वाकिफ हो चुके है तथा वे किसी भी झांसे में आने वाले नही है।जबतक राज्य के सभी टीईटी एसटीईटी शिक्षकों को उनका वाजिब हक नही मिल जाता है तबतक संघ निरन्तर संघर्ष करते रहेगा साथ ही साथ सरकार के शिक्षक विरोधी रबैये का खामियाजा सरकार को आगामी चुनाव में भुगतना होगा।
वही संघ के महासचिव रंजन पासवान, जिला सचिव राजीव पासवान, कार्यकारिणी सदस्य सोनू साह, सोनू मिश्रा ने बताया कि आरटीई एवं एनसीटीई के सभी मापदण्डो को पूरा करने वाले टीईटी एसटीईटी शिक्षकों को अन्य राज्यों में सहायक शिक्षक का दर्जा प्राप्त है तथा उन्हें पुराने शिक्षकों के भांति वेतनमान मिल रहा है जबकि बिहार में टीईटी एसटीईटी शिक्षक आज भी प्रखंड पंचायत एवं अन्य नियोजन इकाई के दल दल में फंसकर अपने अधिकार के लिए संघर्षरत है।मौके पर मनोज राय,, अभय कुमार राठौड़,उपदेश कुमार, किशोर मिश्रा, मुकेश पौद्दार, सजंय साहू, अशोक यादव, चितरंजन कुमार, जीशान ज्या, बबलू कांत झा, प्रमोद गुप्ता, पवन यादव, ओमप्रकाश समेत दर्जनों शिक्षक उपस्थित रहे।