रेलवे ने लेटर में किराया वसूलने का दिया आदेश
पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है पीएम मोदी के ऐलान के बाद अब लॉक डाउन 3.0 चल रहा है जो कि अभी 2 हफ्ते और चलेगा। ऐसे में को मजदूर फंसे हुए है उनको निकालने के लिए टीका टिप्पणी हो रही है।
सरकार द्वारा किराया मजदूरों से वसूलने के कारण कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल सरकार की आलोचना कर रहे है। श्रमिक ट्रेन के नाम से स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है। जिसके किराए को लेकर घमासान मचा हुआ है। इन राजनेतिक बयानबाजी के बीच रेलवे का वो लेटर सामने आया है जिसमे राज्य सरकारों से कहा गया है कि वो यात्रियों से टिकट का पैसा लें और वो पैसा रेलवे को दें।
दरअसल 2 मई को रेलवे द्वारा प्रवासी मजदूरों, श्रद्धालुओं, यात्रियों, छात्रों और अलग अलग जगह लॉक डाउन में फैंस लोगो के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था की बात की थी। लेटर में कहा गया था कि जिस राज्य से भी ये विशेष ट्रेन चलेगी, राज्य सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई गई लिस्ट के हिसाब से रेलवे टिकट छापेगा और राज्य सरकार को देगा। इसके बाद ये टिकट स्थानीय प्रशासन यात्रियों को देकर उनसे किराया वसूलेगा और पैसा रेलवे को सौंपा जाएगा।
आपको बता दें पिछले कई हफ्तों से ये मान उठ रही थी के प्रवासी मजदूरों के लिए प्रबंध किए जाए जिससे वे अपने घर पहुंच सके। सरकार से लगातार मांग कि जा रही थी के सरकार प्रवासी मजदूर, छात्रो या अन्य लोगो को घर जाने का इंतजाम कराए। कई राज्य भी इसकी मांग कर रहे थे। करीब एक महीने से ऊपर बीत जाने के बाद केंद्र सरकार प्रवासी मजदूरों, श्रद्धालुओं, छात्रों समेत दूसरे फंसे लोगो को अपने घर जाने की इजाजत दे दी। राज्यो की तरफ से साफ के दिया गया था कि इतनी बड़ी संख्या में फंसे लोगो को बिना ट्रेन के नहीं लाया जा सकता है। इसके बाद केंद्र सरकार हरकत में आयी और श्रमिक ट्रेन चलाने का फैसला किया। विवाद इस बात का है प्रावसी मजदूरों व अन्य लोग करीब एक महीने से ज्यादा फंसे हुए थे। इनको किसी तरह का कोई रोजगार भी नहीं मिल रहा था ऐसे में इनसे किराया वसूलने अपराध जैसा है।