सदन में अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में बोलने के बाद राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास जाकर उनसे गले मिले. राहुल गांधी के इस अप्रत्याशित अंदाज पर स्पीकर समेत मोदी सरकार के कई मंत्री और बीजेपी पार्टी के कई नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है, जहां कुछ नेताओं ने इसे गैर जरूरी बताया है वहीं कुछ नेताओं ने इस अंदाज की तारीफ की है. कुछ ने कहा कि राहुल ने अपने भाषण की गंभीरता को गले मिलकर समाप्त कर दी. लोग उन्हें उनके भाषण की जगह गले मिलने की बात को लेकर याद करेंगे.
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि राहुल गांधी का यह व्यवहार अप्रत्याशित था. मुझे यह ठीक नहीं लगा. महाजन ने कहा कि यह समझ लीजिए कि सदन की गरिमा हमें ही रखनी है, कोई बाहर का आकर नहीं रखेगा. हमें संसद सदस्यों के रूप में अपनी गरिमा भी रखनी है. मैं चाहती हूं कि आप सब लोग प्रेम से रहो.मेरे दुश्मन नहीं हैं राहुल (गांधी) जी.बेटे जैसे ही लगते हैं.”