LNMU के छात्र घर से ओपेन बुक सिस्टम से परीक्षा दे सकते है |
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न लॉकडॉउन की स्थिति में परीक्षा आयोजित करने की वैकल्पिक व्यवस्था पर चर्चा की। कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हो रही है।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वर्तमान स्थिति बहुत ही दुखद एवं भयावह है। इस स्थिति में यूजीसी, एमएचआरडी, राज्य शिक्षा विभाग और कुलाधिपति कार्यालय लॉकडाउन की अवधि के दौरान परीक्षा की वैकल्पिक व्यवस्था की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उपरोक्त संस्थाएं परीक्षा आयोजित करने के लिए देशभर के विश्वविद्यालयों से वैकल्पिक व्यवस्था की प्रक्रिया पर सुझाव मांग रही है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को भी इस मुद्दे पर विचार कर प्रस्ताव रखने के लिए कहा गया है।
बैठक में डीएसडब्ल्यू प्रो. रतन कुमार चौधरी ने सुझाव दिया कि आगामी डिग्री परीक्षाओं में वार्षिक परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन ओपन बुक सिस्टम अपनाया जा सकता है। इस प्रणाली में परीक्षार्थी ऑनलाइन परीक्षा के समय सीमा के भीतर घर पर रहकर परीक्षा दे सकता है। छात्रों को प्रवेश पत्र, उत्तर पुस्तिका ऑनलाइन प्रदान की जा सकती है।
परीक्षा के समय प्रश्न ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा। छात्रों को अपने मोबाइल के माध्यम से उत्तर पुस्तिका ऑनलाइन जमा करनी होगी। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि वर्तमान में डिग्री द्वितीय खंड सत्र 2019-22 में लगभग 80 हजार छात्र हैं। यह माना गया कि 30 फीसद छात्रों के पास कोई एंड्रॉइड मोबाइल फोन नहीं है और यह भी माना गया है कि कुछ दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट सुविधाओं का अभाव है। इसके लिए भविष्य में इस प्रणाली को सभी छात्रों को रियायती दर पर डेटा-पैक के साथ मोबाइल सेट प्रदान करके विकसित किया जा सकता है।
प्रैक्टिकल परीक्षाओं को एक्जिट या फाइनल ईयर की परीक्षाओं से पहले ही लिया जा सकता है। बहुविकल्पीय प्रश्नों के माध्यम से घर से उत्तर पुस्तिका पर परीक्षा आयोजित करने के क्रम में विचार किया गया कि प्रश्नों का पैटर्न 30 फीसद सबसे आसान, औसत मानक का 40 फीसद और योग्यता का मूल्यांकन करने के लिए 30 फीसद उच्च मानक के हो सकते हैं। परीक्षा के लिए थर्ड पार्टी ऑनलाइन-सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई।
कुलपति ने सदस्यों को अन्य ज्ञात विशेषज्ञों या सेवा प्रदाताओं (सॉफ्टवेयर कंपनियों) से चर्चा के माध्यम से सिस्टम पर संभावना तलाशने की सलाह दी। इस संबंध में विश्वविद्यालय के परीक्षा से संबंधित कार्यों के सेवा प्रदाता से भी राय ली गई। कुलपति ने स्नातक सत्र 2020-23 सत्र में सीबीसीएस को अपनाने के बारे में जिज्ञासा की। इस संदर्भ में डीएसडब्ल्यू ने कहा कि स्नातक के लिए सत्र 2020-23 सत्र से सीबीसीएस लागू करने के लिए एक मसौदा विनियमन चांसलर कार्यालय, पटना द्वारा राय मांगने के लिए भेजा गया था।
इस संबंध में बताया गया कि एलएनएमयू ने विभिन्न संकायों के डीन, प्रिसिपलों, एचओडी और पदाधिकारियों से फीडबैक लेकर बैठक में उभरे बिदुओं पर विचार करने के बाद कुलाधिपति कार्यालय को बिदुवार सुझाव प्रस्तुत कर दिया है। विकास पदाधिकारी को इन सुझावों की एक प्रति वीसी कार्यालय को जमा करने के लिए अधिकृत किया गया। बैठक में सभी संबंधित अधिकारी शामिल हुए।