लालू की पाठशाला: पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा- आंदोलन करो-जेल भरो, मुकदमा से मत डरो
सार
लालू प्रसाद मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तेजस्वी यादव के सरकारी आवास में आयोजित प्रशिक्षण शिविर को संबोधित कर रहे थे। जहां उन्होंने अपनी बीमारी से जुड़े लाचारी के बारे में भी जानकारी दी।
विस्तार
स्वराज जेल जाने से ही मिला है
लालू ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने कहा था कि जेल से ही स्वराज मिला है, इसलिए मित्रों, जेल भरो। सत्याग्रह से लोग डरते हैं, पर जेल से नहीं डरो। प्रदर्शन में मुकदमा हो जाता है, चुनाव के समय 107 होने पर डर जाते हैं। यह तो शांति व्यवस्था के लिए लगाया जाता है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को समस्या पर जेल भरो अभियान चलाना चाहिए। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने लखीमपुर में लोगों को रौंद डाला। हम इसकी निंदा करते हैं। कहा जा रहा है कि न्यायिक जांच होगी, पता नहीं कब होगी? लालू प्रसाद ने कहा कि जाति जनगणना नहीं होने से समाज के अंतिम पायदान के लोग पीछे छूट रहे हैं। हम लोग जाति जनगणना करवाकर रहेंगे। देश का बजट इसी के हिसाब से बनेगा। गैर बराबरी की खाई इसी से खत्म होगी।
प्रशासन पर तीखे वार
लालू प्रसाद ने कहा कि टिकट वितरण करने का काम नीचे के संगठन का है। छान करके उम्मीदवार का नाम पार्टी ऑफिस को भेजना चाहिए, लेकिन यह नहीं हो पाता। चुनाव आता है तो भीड़ जुटना शुरू हो जाता है। संगठन को तेज और धारदार बनाकर पंचायत स्तर पर पहुंचाने की जवाबदेही कार्यकर्ताओं पर है। कहीं भी अन्याय जुल्म हो, वहां पहुंचिए झंडा लेकर पीड़ित के पक्ष में खड़ा रहें। उन्होंने कहा कि हमारी अनुपस्थिति में तेजस्वी के नेतृत्व में मामूली सीट नहीं आई है। हमारी सरकार तो जनता ने बना ही दी थी। अफसोस कि मैं जेल से बाहर नहीं था, नहीं तो बेईमानी को एक्सपोज करता। जो कम अंतर से हमारे लोग जीत रहे थे उनको हरवा दिया गया। हमें बिहार की जनता पर पूरा भरोसा है, वह हमें फिर से राज देगी, इनके रोकने से नहीं रुकेगा।
हर तबके को टिकट दिया
उन्होंने कहा कि कुशेश्वरस्थान में मुसहरों का उदय हुआ है। गणेश भारती वहां से उम्मीदवार हैं। वहां यादव, बिंद, मुस्लिम, मल्लाह हैं, पर मुसहरों की संख्या सबसे ज्यादा है। मुसहरों को मुख्यधारा में लाने के लिए मैंने काफी काम किया। डोम, हलखोर सबको मुख्यधारा में लाया। भोला राम तूफानी को मंत्री बनाया था। उनसे हमने एक दिन पूछा कि हेलिकॉप्टर पर चढ़े हैं कि नहीं? बोले – नहीं चढ़े हैं, चढ़वा दीजिए। हमने हेलिकॉप्टर दिया कार्यक्रम में जाने के लिए। समाज के हर तबके को हमने टिकट दिया है।