पंचम वित्त के खर्च को लेकर निर्देश और धरातल की वास्तविक स्थिति।।
राजीव ठाकुर:-आपलोग हीं तय करें प्रखण्ड स्तर के कोरनटाईन सेंटर पर कितनी सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है कमेंट करके मुझे जरूर बताएँ।बहोत सारे लोग कोरनटाईन सेंटर पर सुविधा ना मिलने को लेकर मुझे कॉल करते हैं।अब आप लोगों के माध्यम से भी मैं वास्तविकता को जानना चाहता हूँ।कमेंट के माध्यम से आपलोग भी अपनी राय-विचार जरूर रखें।।
पंचम वित्त आयोग को लेकर मुझे जहाँ तक जो जानकारियाँ मिली है मैं आपलोगों के साथ शेयर कर रहा हूँ।जिसे प्रत्येक पँचायत को कोरोना महामारी पर खर्च करने का निर्देश दिया गया था।
पंचम वित्त आयोग की राशि विभिन्न पंचायतों में कोरोना महामारी प्रबंधन के लिए खर्च की जानी है। पंचम वित्त आयोग की राशि का अंश विभिन्न पंचायतों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर पर आए हुए संदिग्ध मरीजों के बीच मास्क, साबुन सहित अन्य खर्च में किया जाना है।इस मद की राशि का खर्च पंचायतों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर पर ही यहां के कर्मचारियों, संदिग्ध मरीजों, जनप्रतिनिधियों के बीच मास्क, साबुन, सैनिटाइजर आदि पर खर्च किए जाने हैं।कोरोना महामारी प्रबंधन को लेकर इस मद की राशि पंचायतों में ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव के साथ—साथ इलाके को सैनिटाइज करने में खर्च किया जा सकता है।
पंचम राज्य वित्त आयोग क्या है इसे भी जान लीजिए।
आयोग द्वारा प्रस्तुत अंतरिम प्रतिवेदन (वर्ष 2016-17 के लिए) के अंतर्गत की गई सिफारिशानुसार राज्य के स्वयं के शुद्ध कर राजस्व के 7.182 प्रतिशत हिस्से का वितरण वर्ष 2011 की जनगणना रिपोर्ट के आधार पर पंचायती राज संस्थाआें एवं नगरीय स्थानीय निकायों के मध्य 75.1 एवं 24.9 प्रतिशत के अनुपात में किये जाने एवं राशि का वितरण जिलेवार निर्धारित भारांकन के आधार पर जिले की जिला परिषद को 5 प्रतिशत, पंचायत समितियों को 20 प्रतिशत एवं ग्राम पंचायतों को 75 प्रतिशत हिस्सा राशि दिये जाने की संस्तुति की गई है।।
