आयुष मंत्रालय का चार दवाइयों का ट्रायल, कोरोना के खिलाफ बढ़ सकती है प्रतिरोधक क्षमता
कोरोना वायरस की फिलहाल कोई वैक्सीन या एंटी डोट है नहीं। लेकिन कई वैज्ञानिक और डॉक्टर्स अपनी तरफ से प्रयास में लगे हुए है ताकि कोई वैक्सीन या एंटी डोट बना सके। इसमें सरकारें भी अपने कर्तव्य निभा रही है। आयुष मंत्रालय ने कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए अब आयुर्वेद की चार दवाईयो के जरिए कोरोना मरीजों पर ट्रायल करने जा रहा है।
अगले आने वाले दो दिनों में ये ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। ये ट्रायल 12 हफ्ते चलेगा। और इसमें कम से कम 1000 मरीजों पर इन दवाइयों का टेस्ट किया जाएगा। आयुष मंत्रालय और सीएसआईआर साथ मिलकर ये टेस्ट कर रहे है। इसमें आयुष मंत्रालय की तरफ से सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा है कि स्वास्थ मंत्रालय, आयुष मंत्रालय और सीएसआईआर के साथ मिलाकर तीन तरह को स्टडी की गई है।
उनका कहना है कि चारों दवाईयो के देशभर में ट्रायल शुरू कर रहे है। हम बहुत बड़े सैंपल साइज पर अध्यन कर रहे है जो या तो क्वारांटाइन में है या है रिस्क पॉपुलेशन में है। इसका सैंपल साइज 5 लाख का है। पीएम मोदी ने इम्यूनिटी को लेकर को सलाह आयुष मंत्रालय की दवाई को लेकर दी, उसका असर असेसमेंट 50 लाख लोगो पर कर रहे है। ये चारो दवाइयां आयुर्वेद की है।
वैद्य राजेश कोटेचा आगे कहते है कि मुंबई, पुणे में होम्योपैथी का ट्रायल शुरू हुआ है। योग का ट्रायल भी शुरू किया है। रेंडों माइज कंट्रोल के लिए 1000 मरीजों का सैंपल साइज है, जिसपर ट्रायल कर रहे है। जो पॉपुलेशन बेस्ड असेसमेंट है उसपर 50 लाख का सैंपल साइज है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली ये दवाई है, जिसके जरिए ट्रायल किया जाएगा। चार ओषधि अश्वगंधा, गुडुची पीपली, मुलेठी, आयुष 64 हमारा रीसर्च है। इन दवाइयों के जरिए ट्रायल किया जाएगा।