दुनिया में पहली बार पूरी तरह नए केमिकल से कोरोना की दवा बना रही यह देसी कंपनी, अब करेगी दूसरे फेज का ट्रायल
कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है और भारत में सितंबर में इसकी रफ्तार और भी अधिक बेकाबू होने लगी है। पूरी दुनिया को कोरोना वैक्सीन का इंतजार है, मगर अब तक इसे लेकर अलग-अलग कंपनियों-देशों का ट्रायल जारी है। इस बीच अच्छी खबर है कि देसी कंपनी पीएनबी वेस्पर की विकसित कोरोना की दवा के ट्रायल के दूसरे चरण की मंजूरी मिल गई है। कोच्चि शहर की दवा और अनुसंधान कंपनी पीएनबी वेस्पर द्वारा विकसित कोरोना की दवा को दूसरे चरण के परीक्षण की अनुमति दवा नियंत्रक से मिल गई है।
खास बात यह है कि कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए पूरी तरह से नए केमिकल से बनी यह दुनिया की पहली दवा है, जिसे परीक्षण की अनुमति दी गई है। 15 साल पुरानी इस कंपनी ने छह नए तरह के केमिकल तैयार किए जिसमें से सबसे अंतिम केमिकल का नाम है- पीएनबी001 है। शोध से पता चला कि पीएनबी 001 एस्प्रिन से 20 गुना अधिक प्रभावी है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है।
इस केमिकल का परीक्षण कोरोना के इलाज में किया जा रहा है। हालांकि, इस केमिकल को सबसे पहले फेफड़े के कैंसर के इलाज के लिए विकसित किया गया था। कंपनी के मालिक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीएन बलराम ने कहा कि दवा कंपनी की प्रयोगशाला ब्रिटेन में स्थित है। पीएनबी दुनिया की पहली कंपनी है जिसने कोरोना वायरस के खिलाफ पूरे तरह से नए अणुओं पर आधारित दवा तैयार की है।
कंपनी की शोध टीम को छह अमेरिकी, दो ब्रिटिश, एक जर्मन वैज्ञानिक का सहयोग मिल रहा है। पीएनबी 001 को वर्ष 2036 तक के लिए अमेरिका, यूरोप और एशियाई देशों में पेटेंट कराया है। पहले चरण का परीक्षण अहमदाबाद में 78 मरीजों पर किया गया था। शोध से पता चला कि पीएनबी 001 एस्प्रिन से 20 गुना अधिक प्रभावी है।
भारत मे कोरोना के मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 97,570 नए केस सामने आए हैं और कोविड-19 से 1201 लोगों की मौतें हुई हैं। फिलहाल भारत में कोरोना वारयरस के मामलों की कुल संख्या 46,59,985 है, जिनमें 9,58,316 एक्टिव केस हैं और 36,24,197 लोग डिस्चार्ज हो चुके हैं।