चुन्नी गोस्वामी का भारतीय क्रिकेट में अनूठा योगदान।
भारत के पूर्व स्पिनर दिलीप दोशी ने दिवंगत सुबिमल चुन्नी गोस्वामी के शानदार जुझारू जज्बे की प्रंशसा करते हुए कहा है कि चुन्नी गोस्वामी वहीं है जिन्होंने फुटबॉल से क्रिकेट में फिटनेस की समझ लाए थे। चुन्नी गोस्वामी भारतीय फुटबॉल के कैप्टन भी रह चुके थे। भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान चुन्नी गोस्वामी ने बंगाल की ओर से रणजी ट्रॉफी टीम की भी अगुवाही की थी। उनका गुरुवार को कोलकाता में निधन हो गया। उनकी उम्र 82 वर्ष थी।
आपको बता दें चुन्नी गोस्वामी की कप्तानी में भारतीय फुटबाल टीम ने एशियन खेलों में सन 1962 में स्वर्ण पदक भी जीता था। दिलीप दोशी गोस्वामी की रणजी टीम में थे। दिलीप दोशी ने भारतीय फुटबॉल टीम से कहा कि चुन्नी दा फुटबॉल से आए थे इसलिए वह काफी फिट एथलीट थे।
दिलीप दोशी ने कहा है कि हाल के दिनों में चलन बदल गया है। पर उन दिनों फुटबॉलर आमतौर पर क्रिकेटरों के मुकाबले ज्यादा फिट हुआ करते थे। इसलिए चुन्नी दा हमारी क्रिकेट टीम में फिटनेस की समझ लेकर आए।
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच और पूर्व खिलाड़ी रवि शास्त्री ने भी चुन्नी दा श्रंद्धाजलि अर्पित की। कोच रवि शास्त्री ने चुन्नी दा प्रदर्शन को याद करते हुए लिखा है कि वो भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंड स्पोर्ट्समैन थे। जिनके खून में ही गेंद की समझ थी।
चुन्नी गोस्वामी ने बंगाल के लिए खेलते हुए 46 प्रथम श्रेणी मैच खेले थे। दिलीप दोशी आगे कहते है ” चुन्नी गोस्वामी निश्चित रूप से जानते थे कि वह फुटबॉल से क्रिकेट में आए है। लेकिन वह हमेशा कॉम्पटेटिव क्रिकेटर रहे। एक चीज उनको सबसे अलग करती थी वो थी उनका जुझारू जज्बा। चाहे कितनी भी मुश्किल घड़ी हो वो अपने विकेट को बचाने के लिए डटे रहते थे। ये बात हमको हमेशा प्रेरित करती थी।