अरविंद केजरीवाल ने दिया बड़ा बयान कहा सिस्टम हो गए है फ़ैल
पूरे विश्व में कोरोना का संकट छाया हुआ है। प्रति दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। ये थमने का नाम नहीं ले रहे है। हमारे देश में भी कोरोना के संक्रमण की संख्या बढ़ती ही का रही है। इसी कारण पीएम मोदी ने देशभर में लॉक्डाउन का निर्देश दिया था। और कहा था जो जहा है वो वहीं रहे। करीब एक महीने से ज्यादा प्रवासी मजदूर लोग वहीं रहे। लेकिन ये वो लोग है जो रोज कमाते है रोज खाते है। लॉक डाउन की वजह से ना तो इन्हे कोई रोजगार मिल रहा है ना ही खाना। इस कारण वो पैदल ही अपने घर की तरफ रवाना हो रहे है। हालांकि सरकार ने कई श्रमिक ट्रेनें चलाई है लेकिन वो मजदूरों से इसका किराया वसूल रही थी।
इसपर मजदूरों का कहना था कि हम तो रोज कमाते है रोज खाते है। हमारे पास जितना भी पैसा था वो हमने खर्च दिया है। अब हमारे पास पैसे नहीं है तो हम कहा से किराया देंगे। इनकी इस दुर्दशा को देखते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि प्रत्येक जिले की कांग्रेस इकाई इन मजदूरों के किराए का वहन करेगी। इसके बाद कांग्रेस शासित राज्यों ने मजदूरों से किराया नहीं लेने का फैसला किया। लेकिन कुछ राज्यो ने मजदूरों को वापस भेजने से मना कर ट्रेन ना चलाने का फैसला किया। पर जब उन पर जनता का दबाव पड़ने लगा तब जाकर उन्होंने ट्रेन फिर से चलाने को हरी झंडी दी।
इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सड़कों पर मजदूरों को देखकर लगता है कि सिस्टम फ़ैल हो गया है। मेरा प्रवासी मजदूरों से निवेदन है कि वें दिल्ली छोड़कर ना जाए। अगर आप यहां फंसे हुए है और अपने घर जाना चाहते है तो हम ट्रेन का इंतजाम कर रहे है। आप पैदल मत निकलिए। ट्रेनें बिहार, मध्यप्रदेश गई है आप थोड़ा इंतजार कीजिए।