ब्रेकिंग-सीतामढ़ी जिले में 2019 की बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने हेतू रमेश कुमार गंटा, संयुक्त सचिव,राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण,नई दिल्ली के नेतृत्व में 6 सदस्यीय केंद्रीय दल ने सीतामढ़ी पहुँचकर समाहरणालय स्थित विमर्श कक्ष में जिले के वरीय पदाधिकारियो के साथ बैठक कर बाढ़ राहत कार्य एवम हुई क्षति का संमीक्षा किया।डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले में आई बाढ़ से हुई क्षति एवम बाढ़ के दौरान चलाये गए राहत कार्यो पर विस्तार से प्रकाश डाला। डीएम ने बताया कि जिले के17 प्रखण्ड के कुल 207 पंचायत पूर्णतः तथा 31 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ से प्रभावित है।कुल 642 ग्राम सहित 2280000 जनसंख्या प्रभावित हुई।डीएम ने बताया कि प्रभावित प्रखंडों में कुल 342 अलग-अलग स्थानो पर सामुदायिक किचेन संचालित की गई,जिसमे समेकित रूप से 716979 लोगो ने भोजन किया। 47 स्थानो पर राहत शिविर बनाये गए जिसमे 16900 बाढ़ पीड़ित के ठहरने की व्यवस्था की गई।प्रभावित परिवारों के बीच 20300 फ़ूड पैकेट्स तथा 33500 पॉलीथिन शीट्स का वितरण किया गया।डीएम ने बताया कि अबतक 500621 बाढ़ पीड़ित परिवारों का भुगतान प्रति परिवार 6000 रुपये की दर से भुगतान किया गया है और अभी भी लगभग एक लाख पीड़ित परिवार को भुगतान प्रक्रिया में है।डीएम ने बताया कि बाढ़ के उपरांत युद्ध स्तर पर प्रभावित इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया। डीएम ने बताया कि जिले में बाढ़ के कारण कुल 411 सड़के क्षतिग्रस्त हुई,जिन्हें मोटरेबल बना दिया गया है।……………………..रमेश कुमार गंटा के नेतृत्व में केंद्रीय दल ने जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर क्षति का आकलन किया।केंद्रीय दल ने रीगा, सूप्पी आदि कई प्रखंडों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ितों से मिला।रीगा के कुसमरी गाँव पहुँचकर पीड़ितों से मिलकर राहत कार्यो का जायजा लिया।भगवानपुर पंचायत के मध्य विद्यालय हनुमान नगर पहुँचकर वहाँ चलाये गए सामुदायिक किचेन की जानकारी लिया। गृह क्षति,पशु क्षति,मृतक राहत राशि,क्षतिग्रस्त रोड आदि का जायजा केंद्रीय दल द्वारा किया गया। केंद्रीय दल ने भगवानपुर पंचायत के नारसामा में जाकर मछली पालकों के तालाबो का भी जायजा लिया। मलाही टोला, उफरोलिया आदि स्थानों के आस पास के क्षतिग्रस्त सड़को के मरम्मती कार्यो को भी देखा। विधुत से संबंधित क्षति का भी आकलन किया।केंद्रीय दल के साथ डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह सहित जिले के कई वरीय पदाधिकारी भी थे।
