केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद कुल 27 सीटों पर उपचुनाव हुए हैं जिनमें से 14 सीटें बीजेपी के कब्जे में थीं लेकिन अब इनमें से महज 5 सीटें ही बीजेपी बरकरार रख सकी है।
देश के अलग-अलग राज्यों की 4 लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के आज आए नतीजों में बीजेपी को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली है जबकि एक सीट एनडीए के सहयोगी दल ने जीती है. कैराना और भंडारा-गोदिया की सीट उसके हाथ से निकल गई है. वैसे उपचुनावों में बीजेपी की हार नई घटना नहीं है. साल 2014 में मोदी सरकार के गठन के बाद से पार्टी को लगातार उपचुनावों में शिकस्त झेलनी पड़ी है।
नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 282 सीटों पर कमल खिलाने वाली बीजेपी 1984 के बाद के 30 साल में अपने दम पर बहुमत हासिल करने वाली पहली पार्टी बनी थी. उसके बाद एक के बाद एक उसने राज्यों में ये विजय रथ दौड़ाया और आज गिने-चुने प्रदेश छोड़कर पूरे देश पर भगवा लहरा रहा है. लेकिन इसके उलट मोदी सरकार के 4 साल में जहां भी लोकसभा उपचुनाव हुए वहां बीजेपी को हार ही ज्यादा मिली।
केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद कुल 27 सीटों पर उपचुनाव हुए हैं जिनमें से 14 सीटें बीजेपी के कब्जे में थीं लेकिन अब इनमें से महज 5 सीटें ही बीजेपी बरकरार रख सकी है. यानी बीजेपी ने 9 सीटें गंवा दी हैं. यही वजह है कि लोकसभा में उसकी सीटों का आंकड़ा 282 से घटकर 273 रह गया है।