केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा है कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो रमज़ान में सीज़फ़ायर के समझौते को तोड़ने के लिए विवश हो जाएंगे. पिछले महीने सरकार ने रमज़ान के पवित्र महीने में सीमा पर सीजफायर का फैसला किया था. हंसराज अहीर ने ये भी कहा कि भारत अभी भी पहले हमला नहीं करने की नीति पर कायम है. वहीं मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अलगाववादियों से बातचीत के लिये आगे आने और राज्य को ‘कत्लेआम’ से बचाने की अपील करते हुए कहा कि एकतरफा संघर्ष विराम और केंद्र की ओर से बातचीत की पेशकश उनके लिये एक मौका है जो हर दिन नहीं मिलता. महबूबा ने अपनी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘एकतरफा संघर्षविराम और फिर बातचीत के लिये तैयार होकर केंद्र ने कश्मीर की आवाम और नेताओं को एक मौका दिया है. अब उन्हें यह फैसला करना ही होगा कि इस मौके का कैसे फायदा उठायें