सच्ची दोस्ती हो तो लोग दोस्ती के लिए जान पर खेल जाते हैं। यह कहने की बात नहीं है। बल्कि, अक्सर ऐसा देखने को मिलता है।
सच्ची दोस्ती हो तो लोग दोस्ती के लिए जान पर खेल जाते हैं। यह कहने की बात नहीं है। बल्कि, अक्सर ऐसा देखने को मिलता है। शनिवार को मनीगाछी के सकरी में घटी घटना ने दोस्ती शब्द और मजबूत कर दिया है। दरअसल, राघोपुर पंचायत के पूर्व मुखिया व नारायणपुर बाजार निवासी श्रवण कुमार नायक और सकरी निवासी आनंद लाडिया में पहले से दोस्ती थी। इसी के तहत दोनों दोस्त अपनी लड़की को कोटा में रखकर पढ़ाई करा रहे थे। शनिवार को पूर्व मुखिया श्रवण अपने पुत्री मानसी के साथ अपने दोस्त की लड़की को कोटा से लेकर वापस हुए और सबसे पहले अपने दोस्त की पुत्री को घर पर छोड़ने का काम किया। लेकिन, कुछ दूर आगे बढ़ने पर उनकी कार को बदमाशों ने घेर लिया और शीशा तोड़कर लूटपाट की। बदमाशों ने बैग लूट लिया। जिसके अंदर रुपये, आर्टिफिसीयल गहने सहित कई सामान थे। घटना के समय पूर्व मुखिया ने कोई विरोध नहीं किया। बदमाशों ने घटना के बाद पीड़ित को भागने को कहा। इसके बाद बदमाश लोग भी अपनी कार से सकरी की ओर बढ़े। यह देख पूर्व मुखिया ने घटना की सूचना अपने दोस्त को दी। बताया कि वह तुम्हारे घर की ओर गया है। इसके बाद दोस्त आनंद लाडिया ने हल्ला कर लोगों को जुटा लिया और पुलिस को भी सूचना दे दी। बदमाश लोग भाग नहीं जाए इसके लिए सड़क पर चौकी रख दी। यह तरकीब काम आई। तेजी से आ रही कार अचानक रुक गई। इसके बाद लोगों ने घेर लिया। इस बीच पुलिस भी पहुंच गई और सभी को दबोच लिए गए। उस कार से लूटी गई बैग को भी बरामद कर लिया गया।