Reporting by Ravi Kumar 9931269711
ब्रेकिंग…..बारिश शुरू होते ही डीएम पहुँचे किसानों के खेत मे।………श्रीविधि से धान की रोपनी में लिया भाग।………श्री विधि से खेती करने वाले किसानों को किया जाएगा संम्मानित……गाँव मे घूमकर सड़क,बिजली,पानी का लिया जायजा।…………सीतामढ़ी,8जुलाई 2019…..
डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह ने रिमझिम बारिश के बीच रुन्नीसैदपुर के मानेकचौक पंचायत पहुँच कर खेती किसान एवम किसानी का हाल जाना।गौरतलब हो कि सरकार श्रीविधि से धान की खेती को लेकर काफी प्रयत्नशील है।डीएम को कृषि विभाग से जानकारी मिली कि जिले में श्रीविधि को बढ़ावा देने के लिए किसानों को ऊक्त विधि से धान की खेती करने हेतू प्रोत्साहित किया जा रहा है।डीएम अपने अधिकारियो के साथ मानेक चौक पंचायत पहुँच कर पंचायत के कई गांवों में किसानों से मिले एवम उनके खेती को देखा।उन्होंने गाँव के किसानों विशेषकर युवाओं को आधुनिक एवम वैज्ञानिक कृषि को अपनाने के लिए प्रेरित किया। डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कौशल कुमार झा,उपेंद्र कुमार झा सहित कई किसानों के खेतों में पहुँचकर श्रीविधि से धान की रोपनी का जायजा लिया। डीएम ने उपस्थित किसानों को श्री विधि की खेती से होने वाले फायदों को बताया।उन्होंने कहा कि श्रीविधि से धान की खेती से एक हेक्टेयर में 80 से 90 क्विंटल धान की उपज होती है,वही सामान्य तरीके से धान की खेती करने पर 40 से45 क्विंटल धान की उपज होती है। श्रीविधि से खेती करने पर सामान्य से काफी कम बीज की खपत होती है। श्रीविधि में प्रत्येक 15 दिन पर कोनो बिडर का प्रयोग होता है जिसमे खर -पतवार मिट्टी में मिल जाते है और एक अच्छे जैविक खाद का निर्माण करते है।इस विधि से खेती करने में सिंचाई हेतू जल की कम आवश्यकता होती है ,क्योकि इस तकनीक में खेत मे लगातार खड़ा पानी नही रखा जाता है।खेत मे क्रमवार गिला एवम सूखा की अवस्था बनाये रखने के कारण सिंचाई जल की आवश्यकता कम पड़ती है। इस विधि में कम दिनों की विचड़ो की रोपाई होती है। इस विधि में रासायनिक खाद की जगह पर जैविक खाद का प्रयोग किया जाता है। डीएम ने कहा कि आधुनिक वैज्ञानिक खेती द्वारा ही किसानों की आय को दुगना किया जा सकता है।उन्होंने अपील किया कि जिले के युवा भी खेती से जुड़ाव रखे एवम सक्रिय रूप से खेती भाग ले।डीएम ने गाँव के सड़को एवम बिजली का का भी जायजा लिया।उन्होंने कार्यपालक अभियंता विधुत को झुके पोल को ठीक करने एवम किसानी का सीजन को देखते हुए एक निश्चित समय सीमा तक विधुत आपूर्ति गाँवो में करने का निर्देश दिया।उन्होंने सड़को का जायजा लेते हुए उसकी मरम्मती की बात भी कही,साथ ही ग्रामीण सड़को के गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही।उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर ग्रामीण सड़को की गुणवत्ता जाँच भी करवाई जाएगी।उन्होंने कहा कि श्रीविधि से खेती करने वाले किसानों को जिलास्तरीय कर्यक्रम में बुलाकर संम्मानित भी किया जाएगा।