देश की अदालतों ने कई बार इस फैसले पर कहा हैं कि कोई सिनेमा हॉल दर्शकों को अपने साथ खाने-पिने का सामान ले जाने से नहीं रोक सकता| लेकिन इसके बावजूद भी सिनेमा हॉल में काम करने वाले सुरक्षाकर्मी दर्शकों को अपने साथ खाने-पिने का सामान नहीं ले जाने देते या तो वह फिकवा देते हैं या बहार ही रखवा देते हैं| मज़बूरी में दर्शकों को फिल्म देखने के दौरान वही के खाने-पिने की चीजे बाजारों के मुकाबले ज्यादा कीमत पर खरीदनी पड़ती हैं | यह मामला २७ जुलाई शुक्रवार को तब सामने आया जब वकील एकता सिंह अपने दो दोस्तों के साथ दिल्ली के इनोक्स सिनेमा में ‘मिशन इंपॉसिबल’ देखने गई थी| एकता सिंह ने बताया कि फिल्म देखने जाने के दौरान उनके हाथ में एक पानी की बोतल और एक बैग में कुछ स्नैक्स रखे थे| जब वह फिल्म देखने के लिए सिनेमा हॉल में प्रवेश कर रही थी, उसी दौरान चेकिंग करते समय सुरक्षाकर्मी ने उनकी पानी की बोतल और स्नैक्स को अंदर ले जाने से साफ़ इंकार कर दिया| यहां तक की जब उन्होंने बताया की वह वकील हैं उन्हें अपने अधिकार मालूम हैं कोई भी सिनेमा हॉल किसी दर्शको को खाने-पीने का सामान ले जाने से नहीं रोक सकता| इसके बावजूद भी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें सामान नहीं ले जाने दिया| इसी मामले की सुनवाई में दिल्ली हाई कोर्ट की जस्टिस सी हरिशंकर और जस्टिस गीता मित्तल की बैठक ने दिल्ली सरकार और पुलिस को कारण बताओ नोटिस जारी किया हैं| मामले की अगली सुनवाई १९ नवम्बर को हैं|