दरभंगा–करकौली की सामंप्रदायिक घटना राजनितिक साजिश का एक हिस्सा है। इसके दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर दिनांक 24/02/2019 को बाजार समिति चौक पर एक दिवसीय सामूहिक उपवास माले और इंसाफ मंच के नेतृत्व में किया जायेगा। इंसाफ मंच और माले कार्यकर्ता की बैठक जमालचक स्थित लक्की टेडर्स पर हुई। बैठक की अध्यक्षता इंसाफ मंच के जिला सचिव लक्ष्मण पासवान ने किया। बैठक को सम्बोधित करते हुए इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने कहा कि दरभंगा जैसे शांतिपूर्ण इलाका को सामंप्रदायिक फासिस्ट ताकतों के द्वारा दंगे की आग में झोकनें की एक साजिश रची जा रही है। करकौली गाँव में जब शरारती तत्वो द्वारा मंदिर पर आपत्तिजनक सामान टांग दिया गया तो गांव का माहौल बिगड़ने लगा। लेकिन गांव के लोगो ने शांति कायम रखा। उन्होंने आरोप लगाया कि बजरंग दल के लोगो ने दरभंगा से आकर दंगा भड़काया। और अकलियत के धार्मिक स्थल पर हमला किया। यह भाजपा के साजिश का नतीजा है। माले जिला कमिटी सदस्य घर्मेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार हर मोर्चे पर फेल है। सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे है। नौजवानों को रोजगार देने में विफल है मजदूर किसानों के साथ धोखा दे रही है। सरकार के खिलाफ नफरत और गुस्सा बढ़ रहा है जिससे तिलमिला कर समंप्रदायिक दंगा करवाने में लगी है। अखिल भारतीय किसान महा सभा के जिला अध्यक्ष शिवन यादव ने कहा कि मोदी नितीश सरकार किसानों का वोट लेकर सत्ता में गई लेकिन किसानों के हित में कानून बनाने के बजाय किसानों पर दमन कर रही है। उन्होंने कहा कि 2019 में जनता सवक सिखाएगी। बैठक को सदर प्रखंड कमिटी सदस्य पप्पू पासवान, शिला देवी, ललित मांझी, दिनेश सहनी, संजय सहनी, मो०उजैर, इर्तिजा हसनैन, रसीदा खातुन, एपवा नेत्री शनिचरी देवी, मनोज पासवान अदि ने सम्बोधित किया।
