का¨सदसंविवि में कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा की अध्यक्षता में शनिवार को ¨सडिकेट की बैठक हुई।
का¨सदसंविवि में कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा की अध्यक्षता में शनिवार को ¨सडिकेट की बैठक हुई। इसमें आम सहमति बनी कि रिक्त पदों पर ही खासकर शिक्षकों की नियुक्ति में आरक्षण लाभ दिया जाएगा। वीसी ने साफ तौर पर कहा कि सरकारी नियमों के मुताबिक ही रोस्टर का पालन होगा और इसमें पूरी तरह से एकरूपता भी रहेगी। कई सदस्यों ने अनुकंपा पर बहाली का मुद्दा उठाया। इस पर हाल की सरकारी पत्रों का हवाला देते हुए कुलपति ने कहा कि अनुशंसित पदों के साढ़े आठ फीसदी पदों पर ही बहाली का निर्देश है। ऐसे में बिना जांच पड़ताल किए नई नियुक्ति नियमानुकूल नहीं होगी। ऐसे में तय हुआ कि एक कमेटी गठित कर अनुशंसित पदों के अलावा अनुकंपा पर बहाल कर्मियों की वरीयता भी परख ली जाए। कमेटी यह भी देखेगी कि अनुशंसित पदों की तुलना में अब तक कितने पाल्यों की बहाली हुई है।
20 नवंबर को आयोजित दीक्षांत समारोह के आयोजन पर भी ¨सडिकेट की मुहर लग गई।
इसके अलावा अंगीभूत एवं संबद्ध कालेजों के वैसे 106 शिक्षकों का मामला भी उठा जो न तो कॉलेज सेवा आयोग से और न ही राज भवन की ओर से गठित कमेटी से ही अनुमोदित एवं अनुशंसित हैं। उन्हें करीब साथ वर्षों से वेतन भी नहीं मिल रहा है। एमएलसी डॉ. दिलीप कुमार चौधरी ने वरिष्ठ अधिवक्ता से राय लेने की सलाह दी। इस पर उनके नेतृत्व में एक कमेटी गठित कर मामले से उपमुख्यमंत्री कराने पर सहमति बनी। कमेटी में डॉ. चौधरी के अलावा डॉ. कंहैया चौधरी, डॉ ब्रह्मानन्द चतुर्वेदी, रूदल राय व शकुंतला गुप्ता को शामिल किया गया है। डॉ. कंहैया चौधरी ने लहटा स्थित संस्कृत कॉलेज के दो शिक्षकों के वेतन भुगतान का मामला उठाया तथा विश्वविद्यालय में गृह विज्ञान के शिक्षकों की बहाली पर भी जोर दिया। डॉ. विनय कुमार चौधरी के सवाल पर सामूहिक निर्णय हुआ कि दर्शन संस्कृत उपशास्त्री कालेज मनियारी के लिए विजय कुमार शर्मा को दाता सदस्य के आवेदन को खारिज किया जाए। जानकी संस्कृत उपशास्त्री कॉलेज नरकटियागंज के दाता सदस्य के मामले को फिलहाल टाल दिया गया। छत्रधारी संस्कृत कॉलेज, हथुआ गोपालगंज के शिक्षक नागेंद्र कुमार पांडे को मिले अनुमोदन पर समीक्षा कर अगली बैठक में मामले को लाने पर सहमति बनी। ¨सडिकेट की अगली बैठक अब 10 दिसंबर को होगी।
वहीं विद्वत परिषद की प्रतिनिधि सदस्यों की ओर से नामित संस्कृत के चार विद्वानों पूर्व कुलपति डॉ. मुनेश्वर झा, बनारस के डॉ. कृष्णचंद्र द्विवेदी, पूरी के डॉ. हरिहर झा तथा सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. ¨वदेश्वर पाठक को दीक्षांत समारोह के दौरान मानद उपाधि देने पर भी सभी सदस्यों ने मुहर लगा दी।
मौके पर प्रोवीसी प्रो. चन्द्रेश्वर प्रसाद ¨सह, प्रो. शिवाकांत झा, प्रो. सुरेश्वर झा, प्रो. श्रीपति त्रिपाठी, प्रो. शशिनाथ झा, शकुंतला गुप्ता, डॉ. दिनेश झा, डॉ. सिताचरण झा, डॉ. पुरेंद्र वारिक, एफए मंतोष कुमार मालाकार एवं कुलसचिव नवीन कुमार मौजूद थे।