मुजफ्फरपुर में बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालिका गृह में बच्चियों के साथ बलात्कार का मामला मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में विपक्ष उठायेगा. संसद के मॉनसून सत्र में बिहार के विपक्षी दलों सांसदों ने शून्यकाल में चर्चा के लिए नोटिस दिया है. राज्यसभा में राजद सांसद व राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने जहां बिहार के मुजफ्फरपुर अल्पावास गृह में बच्चियों से बलात्कार की घटनाओं को राज्यसभा में शून्य काल में चर्चा के लिए नोटिस दिया है. वहीं, कांग्रेस की सांसद रंजीत रंजन और राजद सांसद जेपी यादव ने लोकसभा में मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले पर शून्यकाल में चर्चा के लिए स्थगन नोटिस दिया है.
मालूम हो कि मुजफ्फरपुर में बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालिका गृह परिसर में एक लड़की की हत्या करने और शव को बालिका गृह परिसर में दफनाने की बात सामने आने पर सोमवार को बालिका गृह परिसर में खुदाई की गयी. हालांकि, अब तक कोई सबूत या अवशेष नहीं मिला है. उम्मीद है कि पीड़िता से बातचीत किये जाने के बाद एक बार फिर मंगलवार को खुदाई की जायेगी. गौरतलब हो कि बालिका गृह की एक पीड़िता ने कहा था कि बात नहीं मानने पर एक लड़की को इतना पीटा गया था कि उसकी मौत हो गयी थी. इसके बाद उसका शव बालिका गृह परिसर में ही दफना दिया गया था. पीड़िता का बयान सामने आने पर बिहार सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए खुदाई कराने का फैसला किया, ताकि सच्चाई का पता चल सके