(A.j न्यूज़/हाजीपुर)
बिहार के वैशाली जिले में भीड़ ने चोरी के आरोपी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। शुक्रवार को मृतक के घरवालों ने चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया। परिवार का आरोप था कि पुलिस ने मृतक का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद बिना बताए शव को दफना दिया। घरवाले हत्यारों की गिरफ्तारी और मृतक का शव कब्र से निकालने की मांग रहे थे। जाम की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के परिजनों समझाने का काफी प्रयास किया। पांच घंटे की मशक्कत के बाद जमा खुलवाया जा सका।
घटना वैशाली थाना क्षेत्र के मनपुरा गांव की है। आरोप है कि रियाज अपने दो साथियों के साथ मानपुरा गांव में चोरी करने गया था। तीनों घर में घुसे और चोरी करने लगे तभी घर के लोग जग गए और उन्हें पकड़ने की कोशिश की। दो चोर तो मौके से भाग गए, लेकिन रियाज पकड़ा गया। बुधवार रात करीब 2 बजे गांव के लोगों ने रियाज की पिटाई शुरू की। उसे खंभे से बांधा गया और लाठी-डंडे से मारा गया। पिटाई से रियाज की मौत हो गई। सूचना मिलने पर आई पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए हाजीपुर सदर हॉस्पिटल भेज दिया।
रियाज के परिजन कोलकाता में रहते थे। पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने उन्हें सूचना नहीं दी और शव को दफना दिया। शुक्रवार को परिजन गांव पहुंचे और घटना के विरोध में मनपुरा में सड़क जाम कर दिया। मृतक की मां ने आरोप लगाया कि मैं चौकीदार मोहन राय से बात की थी और गुहार लगाई थी कि हमलोग आ रहे हैं रियाज के शव के शव को रखिएगा। मोहन ने कहा कि शव को लावारिस समझकर दफना दिया गया है।