-राज्य व केंद्र सरकार हर मोर्चे पर विफल-माकपा
-मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के खिलाफ किया प्रदर्शन
-सिंहवाड़ा ब्यूरो की रिपोर्ट
-आखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले सोमवार को माकपा कार्यकर्ताओं ने खेमयू के जिला मंत्री दिलीप भगत के नेतृत्व में कंशी पंचायत मुख्यालय से प्रतिवाद मार्च निकाला।इस दौरान कार्यकर्ता मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री
के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रहे थे। मार्च गांव के विभिन्न मार्गो से होते हुए एनएच 57 किनारे धरनास्थल पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।मौके पर अधिवक्ता सजीव रंजन ठाकुर की अध्यक्षता में हुई सभा मे वक्ताओं ने राज्य व केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश जताते हुए कहा कि पूरे जिले में सुखाड़ की स्थिति है उसके बावजूद सिर्फ 11 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है।सिंहवाड़ा, सदर, केवटी व अन्य प्रखंडों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।सभा मे पूरे जिला को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की गई।वहीं लखीसराय में नौंवी कक्षा के छात्रा के साथ हुई दरिंदगी के आरोपियों को गिरफ्तार कर फांसी देने व आंदोलन कर रहे एसएफआई नेता दीपक वर्मा व अन्य की रिहाई की मांग के अलावा जेएनयू छात्र नेता कन्हैया कुमार पर हुए हमले के आरोपियों को गिरफ्तार करने,अमृतसर में हुए रेल कांड के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने व मृतक के आश्रितों को नौकरी व दस-दस लाख का मुआवजा देने की मांग की गई।दिलीप भगत ने कहा कि गुजरात से हिंदी भाषी को भगाया जा रहा है,लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।ऐसा लगता है जैसे किसी साजिश के तहत प्रवासी मजदूरों पर हमला किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन पर सरकार ने बर्बरता पूर्ण हमला करवाया जो उनकी किसान विरोधी नीति को दर्शाता है।खेती-किसानी घाटे का सौदा हो गया है।पिछले साढ़े चार वर्ष में दस हजार से अधिक किसानों ने फसल क्षति व कर्ज के बोझ से परेशान होकर आत्महत्या की है।दूसरी तरफ केंद्र सरकार द्वारा कारपोरेट घराने को अरबो का कर्ज देकर विदेश भगा दिया गया है। सभा को सुरेंद्र साह,मो गुलाब,विनोद सहनी, ललन ठाकुर,पुकार राम,सुजीत झा,उप मुखिया रामविलास महतो, देवशरण पासवान ने संबोधित किया।