यूपी में हिंसा के मामलों में रासुका की वजह से पिछले एक साल से जेल में बंद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण को यूपी पुलिस ने रिहा कर दिया है. बाहर आने के बाद चंद्रशेखर ने कहा मायावती मेरी बुआ हैं, हमारा खून एक है. मायावती से बहुत प्यार है, पर अपने समाज का शोषण नहीं होने दूंगा.
चंद्रशेखर को शुक्रवार तड़के करीब पौने तीन बजे रिहा किया गया. वह बीते साल भर से सहारनपुर की जेल में बंद थे. चंद्रशेखर रावण ने कहा कि ‘मैं बाहर आ गया हूं. अब बीजेपी को बताऊंगा. कुछ भी करूंगा पर बीजेपी को जीतने नहीं दूंगा. मुझे जल्दी निकालकर हमारे समाज के लोगों के साथ ढोंग कर रहे हैं. मुझे बाहर निकालना सबसे भारी पड़ेगा. मैं डरता नहीं हूं किसी से, पहले अंदर डालो फिर निकालो, हमारा समाज सब समझता है. नागपुर से देश नहीं चलने दूंगा.’
चंद्रशेखर से यह पूछने पर कि क्या आप मायावती को समर्थन करेंगे? उन्होंने कहा- मैं खुद चुनाव नहीं लड़ूंगा, मैं राजनीति नहीं करूंगा. मायावती मेरी बुआ हैं, हमारा खून एक है. मैं देखूंगा कि किसने क्या कहा. मायावती से बहुत प्यार है, पर अपने समाज का शोषण नहीं होने दूंगा.