लोकसभा चुनाव से पहले हर पार्टी जातिगत समीकरणों को बैठाने में जुट गई है. उत्तर प्रदेश में भी जातिगत ध्रुवीकरण तेज करने की कोशिश है. केंद्र और राज्य की सत्ता में काबिज बीजेपी भी इसमें पीछे नहीं है. बीजेपी अब समाजवादी पार्टी के वोटबैंक यादवों में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में कई पोस्टर भी नजर आ रहे हैं. पोस्टर में श्रीकृष्ण रूप में बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री और सांसद भूपेंद्र यादव अर्जुन की भूमिका में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नजर आ रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से पार्टी की ओर कई ऐसे कदम उठाए गये हैं जिससे ऐसा लगता है कि वह दूसरी पार्टियों के परंपरागत वोटबैंक को अपमे पाले में लाने की कोशिश कर रही है.
सबसे पहले केंद्र सरकार ने एससी/एसटी एक्ट पास करवाया और फिर भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद रावण की रिहाई में मदद की. यह दोनों ही फैसले मायावती के दलित वोटबैंक को साधने के लिये थे. इसके बाद अब इस पोस्टर के आने के बाद वह सपा के वोटबैंक को अपने पाले में लाने की कोशिश करती नजर आ रही है.
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का दावा है कि बीजेपी को मिल रहे समर्थन से घबराये विपक्षी दल यह तो नहीं तय कर पा रहे है कि उनका प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा लेकिन वे ऐसी कोशिशें लगातार कर रहे हैं कि नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकना है. मौर्य के मुताबिक ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केन्द्र सरकार और प्रदेश की योगी सरकार द्वारा जनहित में किये जा रहे कार्यों का परिणाम है कि आज अगड़े, पिछड़े, दलितों सहित समाज के सभी वर्गो के लोग बीजेपी के साथ खड़े हैं.