बिहार में इन दिनों सूचना के अधिकार का प्रयाेग मौत का कारण बन रहा है। हाल ही में माेतिहारी में एक आरटरआइ एक्टिविस्ट की हत्या के बाद देर रात जमुई में भी एक आरटीआइ एक्टिविस्ट सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना के विरोध में सोमवार की सुबह से जमुई में जनाक्रोश उबाल पर है। इस बीच पुलिस ने हत्याकांड के सिलसिले में एक मुखिया व जदयू नेता को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार जमुई के सिकन्दरा थाना अंजर्गत बिछवे गांव की समीप अपराधियों ने आरटीआइ एक्टिविस्ट वाल्मीकि यादव व कारू यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना रविवार की रात तब हुई, जब दोनों बाइक से सिकन्दरा बाजार से बिछवे गांव लौट रहे थे। गांव के समीप पहले से घात लगाए बाइक सवार अपराधियों ने दोनों को घेर कर नजदीक से गोली मार दी।
गोली लगने से घटनास्थल पर ही वाल्मीकि यादव की मौत हो गई, जबकि घायल कारू यादव ने इलाज के लिए अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया।
घटना के बाद आज सुबह स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने सिकंदरा के बिछवे मोड़ के समीप सड़क जाम कर दिया है। वहां आक्रोशित परिजन व ग्रामीण मौजूद हैं। सड़क जाम के कारण एनएच 333 ए पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है।
वाल्मीकि याद के परिजनों के अनुसार वे आंगनबाड़ी में अनियमितता को उजागर करने में लगे थे। हत्या के पीछे कारण यह भी हो सकता है। एसडीपीओ रामपुकार सिंह मानते हैं कि यह हत्याकांड सुनियोजित साजिश का परिणाम है। इस बीच पुलिस ने स्थानीय मुखिया और जदयू प्रखंड अध्यक्ष को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
बता दें कि इससे पहले बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के पिपराकोठी थाना क्षेत्र में आरटीआइ एक्टिविस्ट राजेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उन्होंने एलआइसी, इंदिरा आवास योजना, शिक्षक व पुलिस नियुक्ति घोटालों का खुलासा किया था।