जन्माष्टमी के मौके पर पूरा देश इस वक्त कृष्णमय हो गया है। जगह-जगह श्रीकृष्ण की झाकियां सजी हैं तो वहीं घरों में लोग भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं। फिल्मों में कई एक्टर्स ने बखूबी कृष्ण के रोल को निभाया और अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीत लिया। कुछ एक्टर्स ने तो अपने किरदार को इस तरह अदा किया कि असल जिंदगी में भी लोग उन्हें भगवान सरीखा दर्जा देने लग गए थे। परदे पर 17 बार कृष्ण का किरदार निभाने वाले इस पॉपुलर एक्टर का नाम नंदमुरि तारक रामाराव है। तेलुगू फिल्मों के मशहूर एक्टर एनटी रामाराव को एनटीआर के नाम से जाना जाता है। एक्टिंग के अलावा एनटीआर पॉलिटीशियन भी थे। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1950 से की थी। उस दौरान ज्यादातर फिल्में हिंदू देवी-देवताओं पर बनती थीं। एनटीआर इन फिल्मों में कृष्ण या राम का किरदार निभाते थे। दर्शक उन्हें कृष्ण के रोल में इतना पसंद करने लगे कि उन्होंने लगातार 17 फिल्मों में कृष्ण का किरदार निभा डाला। एनटीआर की फिल्मों में ‘श्रीकृष्णार्जुन युद्धम’, ‘कर्णं’ और ‘दानवीर सूर कर्ण’ काफी पॉपुलर रहे। उन्होंने करीब 250 तेलुगू फिल्मों में एक्टिंग की। तेलुगू के साथ-साथ एनटीआर ने तमिल और हिंदी फिल्में भी कीं। फिल्मों में उनके योगदान को देखते हुए सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था। एनटीआर को हमेशा से सामाजिक मुद्दे भाते रहे। बाद में उन्होंने पौराणिक फिल्में छोड़ ऐसे रोल करना शुरू कर दिया जो समाज से जुड़े हुए थे और सिस्टम के खिलाफ आवाज उठाते थे। 1982 में एनटीआर ने तेलुगू देशम पार्टी बनाई और इस तरह पॉलिटिक्स की ओर रुख किया। पॉपुलर एक्टर होने के चलते एनटीआर को चुनावों में भी सफलता मिली। इसी के साथ वो आंध्र प्रदेश के 10वें मुख्यमंत्री बने।
एनटीआर 1983 से 1994 के बीच तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। अगस्त 1984 में आन्ध्र प्रदेश के राज्यपाल रामलाल ने उन्हें हटाकर भास्कर राव को मुख्यमंत्री बना दिया लेकिन भारी विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री ने राज्यपाल रामलाल को हटाकर शंकर दयाल शर्मा को नया राज्यपाल नियुक्त किया। शंकर दयाल शर्मा ने आने के साथ ही एनटीआर को साल 1984 में मुख्यमंत्री बनाया। निजी जिंदगी की बात करें तो एनटीआर ने 1942 में अपने मामा की बेटी बासव तारकम से शादी की थी। उनके 8 बेटे और 4 बेटियां थीं। साल 1985 में पत्नी के निधन के बाद 1993 में 70 साल की उम्र में रामाराव ने तेलुगू लेखक लक्ष्मी पार्वती से शादी की थी लेकिन एनटीआर के परिवार ने लक्ष्मी को कभी भी स्वीकार नहीं किया। 73 साल की उम्र में एनटीआर का निधन हो गया। एनटीआर का बेटा जूनियर एनटीआर साउथ की फिल्मों में जाना-माना नाम है।