बिरौल: मिथिला की बाबा नगरी कुशेश्वरस्थान से सात किलोमीटर दूर अवस्थित हरनगर अब जल्द रेल नेटवर्क से जुड़ जायेगा। रेल सेवा को लेकर संरक्षा आयुक्त के नेतृत्व म हुआ स्पीड ट्रॉयल सफल रहा और अब ट्रेनों के परिचालन की शुरुआत की सुगबुगाहट शुरू हो गई हैं। रेलवे सुत्रों के अनुसार दरभंगा-हरनगर के बीच अगले महीने से सीधी रेल सेवा बहाल हो जायेगी।
कल हुए स्पीड ट्रॉयल मे हाई स्पीड पर ट्रैक की क्षमता की जांच की गई। हरनगर से चली ट्रेन ने 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड तुरंत ही पकड़ ली और देखते ही देखते यह 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक जा पहुँची। सीआरएस के दौरान संरक्षा आयुक्त ने कई जगह रेल लाइन और पुलों का निरीक्षण किया, पूरी प्रक्रिया के तहत 45 मिनट तक 8.6 किलोमीटर लंबी लाइन की जांच की गई।
जल्द शुरू होगी सेवा
रेलवे संरक्षा आयुक्त ने पूरें खंड के निर्माण से संतुष्ट दिखे, कल हुए सीआरएस की रिपोर्ट जल्द तैयार कर विभाग को दे दिया जायेगा। रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही गाड़ियों का विस्तार बिरौल से हरनगर तक कर दिया जायेगा। संरक्षा आयुक्त द्वारा जल्द ही रिपोर्ट सौंप दिये जाने की उम्मीद है, ऐसे मे अगस्त से दरभंगा-हरनगर के बीच ट्रेन दौड़ना तय है।
कुशेश्वरस्थान से दरभंगा का हुआ सीधा संपर्क
2008 मे पहली बार सकरी से बिरौल तक ट्रेनों का परिचालन हुआ था। 1972 में तत्कालीन रेलमंत्री ललित नारायण मिश्रा ने इस खंड पर छोटी लाइन निर्माण हेतु सर्वे की घोषणा की थीं, उनकी हत्या के बाद पूरा मामला फाइलों मे खो गया। पूरी योजना के तहत दरभंगा-हसनपुर तक नयी रेल लाईन बननी है, कुशेश्वरस्थान को जंक्शन बना खगड़िया, दरभंगा और सहरसा तक नयी लाईन भी प्रस्तावित है। फिलहाल कुशेश्वरस्थान और उसके आगे परियोजना पर्यावरण क्लियरेंस के कारणों से अटका हुआ है।