पिछले कुछ दिनों से चल रहे पासपोर्ट विवाद का अंत हो गया है. तन्वी सेठ और उनके पति अनस सिद्दीकी को पासपोर्ट मामले में क्लीयरेंस मिल गया है. लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस ने साफ किया है कि तन्वी सेठ और उनके पति अनस सिद्दीकी के पासपोर्ट रद्द नहीं किए जाएंगे. पासपोर्ट ऑफिस के मुताबिक, पासपोर्ट बनवाने के लिए पते का सत्यापन होना जरूरी नहीं है और पुलिस ने पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नए नियमों को लेकर तन्वी सेठ और उनके पति के खिलाफ कोई भी एडवर्स रिपोर्ट दाखिल नहीं की है. ऐसे में दंपति का पासपोर्ट रद्द नहीं किया जा सकता.
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा के मुताबिक, पुलिस के द्वारा तन्वी और अनस के पते का सत्यापन न होना कोई प्रतिकूल कारण नहीं है. उनको अब न तो कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा और न ही पासपोर्ट निरस्त किए जाएंगे. विदेश मंत्रालय की नई व्यवस्था के तहत पासपोर्ट बनाने के लिए सिर्फ दो सूचनाओं का सत्यापन होना जरूरी है. पहला आवेदक की नागरिकता और दूसरा उस पर कोई आपराधिक केस न हो.