समग्र वार्ता पर पाकिस्तान को खरी खरी सुनाते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि ऐसे समय में जब सीमा पर जनाजे उठ रहे हों, तब बातचीत की आवाज अच्छी नहीं लगती। विदेश मंत्रालय की चार साल की उपलब्धियां गिनाने केक्रम में पाकिस्तान द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान को पांचवां प्रदेश घोषित करने पर भी विदेश मंत्री ने दो टूक सुनाई।
उन्होंने कहा कि कानून-इतिहास तोडने मरोडने, आतंकवाद को फैलाने वाला पाक भारत को सीख न दे। गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से पाकिस्तानी सेना सीमा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है।
विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान से समग्र वार्ता की राह में चुनाव कोई रोड़ा नहीं है। पाकिस्तान में 25 जुलाई को होने वाले चुनाव से पहले भी समग्र वार्ता हो सकती है। मगर हमारा रुख साफ है। पाकिस्तान आतंकवाद से तौबा करे, हम आज बातचीत के लिए तैयार हैं।
मगर ऐसे समय में जब सीमा पर जनाजे उठ रहे हों। घुसपैठ के माध्यम से आतंकवादी भेज जा रहे हों और पठानकोट जैसे आतंकी हमले जारी रहें, तब ऐसी स्थिति में समग्र वार्ता का कोई सवाल ही नहीं उठता।
विदेश मंत्री ने पाकिस्तान द्वारा गिलगित और बाल्टिस्तान को पांचवां प्रदेश घोषित करने पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने कहा कि रविवार को ही हमने पाकिस्तानी उपउच्चायुक्त को तलब कर अपना विरोध दर्ज जताया है।