दिवाली आने के कई दिनों पहले से ही त्यौहार का मूड बन जाता है और बच्चों के साथ साथ बड़ों में भी इसके उत्साह को देखा जा सकता है। दिवाली के पहले से ही हम न जाने कितनी तैयारियों में लग जाते हैं। जैसे बच्चों के कपड़ों की खरीददारी, घर की रंगाई, साफ सफाई, घर के लिए सजावटी समान की खरीद, दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए गिफ्ट और सबसे अहम, दिवाली में पकवानों को कैसे भूला जा सकता है? लड़कियाँ और महिलाएँ इस खास पर्व के लिए पहले से ही ब्यूटी पार्लर में अपने लिए बुकिंग करवा लेती हैं ताकि उस खास दिन पर खूबसूरती में किसी प्रकार की कोई कमी न रह जाए।
इस समय जो अपने घर से दूर रहते हैं उनका खास तौर पर घर वालों को इंतज़ार रहता है। यह एक ऐसा पर्व है जिसे हर कोई अपने परिवार वालों के साथ घर पर मनाना चाहता है। इतनी सब तैयारियों के बीच एक बात की तरफ किसी की नज़र नहीं जाती कि दिवाली के मौके पर घर और आसपास का हिस्सा कितना सुरक्षित है और दिवाली के लिए हमनें सुरक्षा के कितने इंतजाम किए हैं? देश में दिवाली के दौरान जलने की घटनाएँ हर साल सुनने को मिलती हैं। आंकड़ों के अनुसार इन हादसों में 65% घटनाएँ अनार नामक पटाखे की वजह से होती है। हम हर बार ही यह देखते हैं कि लोग आतिशबाजी के दौरान घायल हुये हैं और समय पर सुरक्षा के सही इंतजाम न होने के कारण यह हादसे गंभीर रूप ले लेते हैं। हादसे बता कर नहीं आते और हमें उनसे निपटने के लिए पर्याप्त साधनों की ज़रूरत है। तो आइये इस बार कुछ खास सावधानियों के साथ दिवाली का यह पर्व मनाएँ।