-पंचायत समिति की बैठक में छाया रहा अधिकारियों की मनमानी व योजनाओं में अनियमित्ता का मुद्दा
-सिंहवाड़ा ब्यूरो की रिपोर्ट
-मंगलवार को हुई पंचायत समिति सदस्यों की बैठक हंगामेदार रही।शोर शराबे के बीच प्रखंड मुख्यालय परिसर में स्थित जनप्रतिनिधि भवन में पंचायत समिति की बैठक सम्पन्न हुई। अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख आरती देवी ने की।उनके दोबारा प्रमुख बनने के बाद यह पहली बैठक थी। बैठक में जनवितरण,मनरेगा,शिक्षा, स्वास्थ्य तथा आंगनबाड़ी में व्याप्त भ्रष्टाचार का मुद्दा छाया रहा।बैठक की शुरुआत में ही पंसस अरशद अली,फरजाना शीरीं,हूरो बानो, यासमीन खातून व मुखिया अमृत कुमार चौरसिया समेत दर्जनों सदस्यों ने एक सुर में बीडीओ व प्रमुख पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनलोगों को बैठक की सूचना नही दी गई है।हर बार यही होता है कुछ सदस्यों को चिट्ठी भेज दी जाती है बाकी को अनदेखा किया जाता रहा है।सूचना नही मिलने के कारण बैठक के लिए तय किये गए एजेंडों की जानकारी नही मिल पाती है।जिसके जवाब में बीडीओ आभा कुमारी ने सदन में बताया कि बड़ा बाबू के माध्यम से उन्होंने सभी सदस्यों व संबंधित अधिकारियों को चिट्ठी देने का काम सौंपा था।जिसपर मुखिया त्रिवेणी सहनी ने सूचना देने वाले पर कार्रवाई की मांग की।मांग के समर्थन में सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।बीडीओ द्वारा कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर सदस्य शांत हुए।विधायक जीवेश कुमार ने पीएचईडी विभाग व सीडीपीओ के बैठक में अनुपस्तिथ रहने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उनको जानकारी मिली है कि आंगनबाड़ी केंद्रों से सीडीपीओ द्वारा अवैध वसूली की जाती है।उन्होंने उपस्थित एलएस नीलू कुमारी को निर्देश देते हुए कहा कि इसे तत्काल बंद किया जाए नही तो कार्रवाई की जाएगी ।वहीं समिति सदस्यों से कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर बच्चों की उपस्थिति व उनको मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी लें।उड़नदस्ता टीम बनाकर केंद्रों का औचक निरीक्षण करें।वहीं बैठक के दौरान केंद्र संख्या 140 समेत कई सेंटर के नियमित बंद रहने की शिकायत की गई।विधायक ने बैठक में नही आने पर सीडीपीओ व पीएचईडी विभाग से शो कॉज करने का प्रस्ताव दिया जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।बैठक में एमओ भी अनुपस्तिथ थे बताया गया कि वो छुट्टी पर हैं वहीं विधायक ने जविप्र विक्रेताओं से हो रही अवैध वसूली व कम वजन देकर ज्यादा दाम वसूलने की शिकायत पर कार्रवाई की चेतावनी दी।विधायक ने प्रखंड कार्यालय पर बिचौलियों के जमावड़े पर अधिकारियों को कहा कि इस स्थिति को बदलिए नही तो अपना स्थानांतरण करवा लें।प्रखंड कार्यालय में बिना चढ़ाव लिए कोई अधिकारी काम नही करते हैं उन्होंने प्रखंड को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए सदस्यों से सहयोग की बात कही।विधायक ने सिंहवाड़ा थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश झा से पुलिस को पब्लिक फ्रेंडली होकर काम करने की बात कही साथ ही थाने पर अनावश्यक लोगों के जमावड़े पर नियंत्रण करने को कहा गया।राजद प्रखंड अध्यक्ष विनोद भगत ने प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित करने का प्रस्ताव दिया जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया।विधायक ने कहा कि हर हाल में सिंहवाड़ा प्रखंड को भी सूखाग्रस्त घोषित करवाया जाएगा।बैठक में एकबारगी को उस समय हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई जब उप प्रमुख साजिद मुजफ्फर बबलु व समिति सदस्य आपस मे उलझ पड़े।बाद में अन्य सदस्यों ने हस्तेक्षप कर सभी को शांत कराया।वहीं सदस्यों ने पूर्व की बैठक में पारित प्रस्ताव में छेड़छाड़ का आरोप लगाया।बताया गया कि पूर्व में हुए प्रमुख व बीडीओ की लड़ाई से ठप पड़ा सिंहवाड़ा का विकास अभी भी सिसक रहा है।वित्तीय वर्ष 2017-18 में पंचम राज्य वित्त आयोग योजना अंतर्गत सिर्फ आठ योजनाओं पर काम शुरू हुआ वहीं वित्तीय वर्ष 2018-19 में मात्र एक योजना पर काम हो रहा है।समिति सदस्यों ने कहा कि हर बार बैठक में पारित प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है ।सिर्फ कागजी खानापूरी के लिए बैठक की जाती है।बैठक से विधायक के जाते ही कई सदस्य सदन से निकल गए।जिस कारण बैठक में तय किये गए सभी एजेंडों पर चर्चा नही हो सकी।इस दौरान जीपीएस दिनेश कुमार,संख्यकी अधिकारी अशोक कुमार मुखिया मग़फ़िरत परवीन,पिंकी देवी,शबाना अमजद,रमेश कुमार,परशुराम यादव,महेश महतो,आरती देवी,पंसस रिपू ठाकुर,पानो देवी,रीता चौबे,महावती देवी समेत दर्जनों जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।