तेलंगाना के नालगोंडा में पिछले हफ्ते गर्भवती पत्नी के सामने इंजीनियर की हत्या के मामले में पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तलवार से हमला करने वाले सुभाष शर्मा को बिहार के समस्तीपुर से पकड़ा गया। उसके खिलाफ कई राज्यों में मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि प्रेम विवाह से नाराज लड़की के पिता ने दलित-ईसाई दामाद को खत्म कराने के लिए एक गिरोह को सुपारी दी। गिरोह ढाई करोड़ रुपए मांग रहा था, लेकिन एक करोड़ रुपए पर समझौता हुआ
तेलंगाना पुलिस के मुताबिक, प्रणय कुमार और अमृता वार्शिनी 9वीं क्लास से एक-दूसरे से प्यार करते थे। इसी साल जनवरी में दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। प्रणय दलित-ईसाई समुदाय से था, इसलिए अमृता के घरवालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था
इस मामले में लड़की के पिता मारुति राव समेत सुभाष शर्मा, असगर अली, मोहम्मद अब्दुल बारी, अब्दुल करीम, टी श्रवण और समुद्राला शिवा आरोपी हैं। असगर अली और अब्दुल बारी हरेन पंड्या की हत्या के मामले में दोषी थे। दोनों हाईकोर्ट से बरी हो गए।
पुलिस के मुताबिक, लड़की के पिता मारुति राव ने करीम के जरिए अब्दुल बारी से संपर्क किया। ये तीनों एक-दूसरे को 2011 से जानते थे। राव को ऑनर किलिंग के लिए ढाई करोड़ की मांग मंजूर नहीं थी। एक करोड़ रुपए पर बात बनी। गिरोह ने 50 लाख रुपए मांगे। लेकिन 15 लाख रुपए एडवांस दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, लड़की के पिता मारुति राव ने करीम के जरिए अब्दुल बारी से संपर्क किया। ये तीनों एक-दूसरे को 2011 से जानते थे। राव को ऑनर किलिंग के लिए ढाई करोड़ की मांग मंजूर नहीं थी। एक करोड़ रुपए पर बात बनी। गिरोह ने 50 लाख रुपए मांगे। लेकिन 15 लाख रुपए एडवांस दिया गया।