दशहरा के दिन हुए अमृतसर रेल हादसे में जांच के आदेश अभी जारी ही हुए थे कि रेल चालक ने सामने आकर यह बताया कि वह रेल क्यों नहीं रोक सका। रेल चालक का मानना है कि उसने काफी देर पहले से ही हॉर्न दिया था परंतु वहां मौजूद लोग रेल पर पत्थर फेंक रहे थे जिसकी वजह से वह रेल रोकने में नाकामयाब रहा। साथ ही रेल चालक का कहना है कि सही समय पर उसने इमरजेंसी ब्रेक का भी उपयोग किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इस बात पर चश्मदीदो ने नाराजगी जताई और कहा कि यह सब झूठ है और रेलवे के बचने की साज़िश है। लोगों का कहना है ट्रैन की रफ्तार कम नहीं हुई थी अगर ऐसा होता तो चंद सेकंडों के अंदर 60 लोगो की जान नहीं जाती। राज्य के मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दे दिए हैं लेकिन इस मामले में हर दिन नया चेहरा सामने आए रहा है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक 150 से ज्यादा लोग इस घटना से हताहत है। वहीं कुछ वीडियो में यह तक दिख रहा है कि हादसे के समय नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी स्टेज पर मौजूद थी लेकिन वह इस बात को नकार रही हैं।