अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले का साया मंडरा रहा है। इनपुट है कि इसके लिए आतंकी तंजीमों ने अपने प्रशिक्षित आतंकियों को यात्रा मार्ग यानी जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे के आस-पास के सुरक्षित इलाकों में ठिकाना बनाने को कहा है। आकाओं ने हाईवे से 20-25 किलोमीटर की दूरी पर आतंकियों को कैंप करने और मौका मिलते ही हमले को अंजाम देने को कहा गया है। सुरक्षा बलों को ऐसे इनपुट मिले हैं। यही वजह है कि पिछले एक सप्ताह में आईएस, लश्कर और जैश आतंकियों के हाईवे से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर मुठभेड़ में मारे जाने से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
सुरक्षा एजेंसियों के पास इनपुट हैं कि जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर खासकर काजीगुंड के बाद यात्रियों को निशाना बनाया जा सकता है। इसके लिए पहलगाम जाने वाले यात्रियों के लिए कुलगाम व अनंतनाग जिले खासकर से संवेदनशील हैं। बालटाल रूट वाले यात्रियों पर पुलवामा जिले के पांपोर वाले इलाके में हमला हो सकता है। श्रीनगर में पत्थरबाजी का खतरा है। इनपुट यह भी है कि जम्मू से काजीगुंड के बीच पहाड़ी इलाकों में भी आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं। आधार शिविर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध करने के साथ ही यात्रा मार्ग की सुरक्षा भी चाक चौबंद कर दी गई हैं। पूरे यात्रा मार्ग पर जगह-जगह केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी गई है।